Saturday 5 August 2017

जिसने संसार को बदलने की

*जिसने संसार को बदलने की*
*कोशिश की वो हार गया*
*और*
*जिसने खुद को बदल लिया*
*वो जीत गया* ll

धड़कन मेरी बेचैन रहती है
          आजकल
ये तुम्हारे बगैर धड़कती कम और
        तड़पती ज्यादा है...


                 *तन*
          जितना *घूमता* रहे,
     उतना ही *स्वस्थ* रहता है.!
                     और
                    *मन*
           जितना *स्थिर* रहे,
      उतना ही *स्वस्थ* रहता है.!!
    Good morning

 *"स्वयं" को पहचानने से अधिक कोई "ज्ञान" नहीं*
*और*
*"क्षमा" करने से बड़ा कोई "दान" नहीं*
*लोग कहते है कि आदमी को अमीर होना चाहिए..*
*और हम कहते है कि आदमी का जमीर होना चाहिए..॥*
          *सुप्रभात*
   आपका दिन शुभ हो

 *हस्तरेखा भी कितनी*
*अजीब है*
*हाथ में हमारे है मगर*
*समझ में दुसरों को आती है* ....✍

:- सत्य वचन -:
जिस दिन मरोगे अपने साथ एक
पेड़ भी लेकर जलोगे ।।
प्रकृति का जो कर्ज़ है वो तो चूका दो यारों..
जीते जी दो पेड़ तो लगा दो यारो ।।

      पहले उपर वाला
   किताब लेकर बैठता था
        इसीलिये हिसाब
  *अगले जन्म मे होता था*
           पर अब वो भी
   *लैपटाप* लेकर बैठता है
      इसीलिए हिसाब
  *इसी जन्म मे हो जाता है*
    *सभंलकर कर्म करे*

*शख़्सियत अच्छी होगी तभी दुश्मन बनेंगे,*
*वरना बुरे की तरफ़ देखता ही कौन है,*
*पत्थर भी उसी पेड़ पर फेंके जाते है जो फलों से लदा होता है,*
*क्या देखा है किसी को सूखे पेड़ पर पत्थर फेंकते हुए ।।*

*परायों को अपना बनाना उतना मुश्किल नहीं,*
*जितना अपनों को अपना बनाए रखना...!!!*

                      
       *झूला जितना पीछे जाता है,*
            *ठीक उसी के बराबर*
            *उतना ही आगे भी आता है*
       *इसी तरह सुख और दुख*
            *दोनों ही जीवन में बराबर*
            *आते और जाते हैं*
       *जिन्दगी का झूला अगर*
            *पीछे जाए तो डरिए मत,*
            *वह आगे भी आएगा।*
              *सुप्रभात*  
*आप का हर क्षण सरल एवं सुन्दर हो*
          

 *पेड़ के नीचे रखी भगवान की टूटी मूर्ति को देख कर समझ आया,*
*कि..*
*परिस्थिति चाहे कैसी भी हो,*
*पर कभी ख़ुद को टूटने नही देना..*
*वर्ना ये दुनिया जब टूटने पर भगवान को घर से निकाल सकती है तो फिर हमारी तो औकात ही क्या है।*
          *शुभ प्रभात*

 *"आपकी किस्मत आपको मौका देगी मगर.,*
*आपकी मेहनत सबको चौंका देगी.."*

फ्रेंडशिप डे स्पेशल मैसेज

ऐ बारिश जरा थम के बरस...
जब मेरा यार आए तो जम के बरस।
पहले न बरस कि वो आ न सके...
फिर इतना बरस कि वो जा न सके।
कोई इतना चाहे तो बताना..,
कोई इतने नाज तुम्‍हारे उठाए तो बताना।
दोस्‍ती तो हर कोई कर लेगा तुमसे..,
कोई हमारी तरह निभाए तो बताना।

हर कदम पर इम्तहान लेती है जिंदगी
हर वक्‍त नया सदमा देती है जिंदगी
हम जिंदगी से शिकवा कैसे करें...
आखिर आप जैसे दोस्‍त भी तो देती है जिंदगी।

तुफान में कश्‍तियों को किनारे भी मिल जाते हैं
जहान में लोगों को सहारे भी मिल जाते हैं
दुनिया में सबसे प्‍यारी है जिंदगी
कुछ आप जैसे दोस्‍त जिंदगी से भी प्‍यारे मिल जाते हैं।

कुछ सालों बाद न जाने क्‍या समां होगा
न जाने कौन दोस्‍त कहां होगा
फिर मिलना हुआ तो मिलेगें यादों में
जैसे सूखे गुलाब मिलते हैं किताबों में।

जैसे पानी के बिना जी नहीं सकते
वैसे ही स्‍कुटर के बिना कहीं जा नहीं सकते।
हाल ये हो गया है यारो
जैसे क्रिकेट में याकर के बिना विकेट ले नहीं सकते
वैसे ही लाईफ में दोस्‍तों के बिना जी नहीं सकते

दोस्‍ती तो सिर्फ इत्तफाक है
ये तो दिलों की मुलाकात है
दोस्‍ती नहीं देखती दिन है या रात है
इसमें तो डेरीमिल्‍क की मिठास..
और पानीपूरी सी तीखा'स है।

दोस्‍तों से कभी खफा नहीं होते
यूं ही किसी पर फिदा नहीं होते
गर्लफ्रेण्‍ड से ज्‍यादा खयाल रखना पड़ता है दोस्‍तों का
क्‍योकि दोस्‍त कभी बेवफा नहीं होते।

हम वो नहीं जो तुम्‍हें गम में छोड़ देंगे
हम वो नहीं जो तुझसे नाता तोड़ देंगे
हम तो वो हैं
अगर तेरी सांसें बंद हो जाए
तो अपनी सांसें जोड़ देंगे।

दोस्‍त नया हो तो प्‍यारा होता है...
दोस्‍त सच्‍चा हो तो ज्‍यादा प्‍यारा होता है...
और अगर दोस्‍त तुम हो तो वह सबसे प्‍यारा होता है।


Thursday 3 August 2017

बाहर बारिश हो रही थी

बाहर बारिश हो रही थी, और
अन्दर क्लास चल रही थी..
.
तभी टीचर ने बच्चों से पूछा कि
अगर तुम सभी को
100-100 रुपये दिए जाए
तो तुम सब क्या क्या खरीदोगे??
किसी ने कहा कि
मैं वीडियो गेम खरीदुंगा..
किसी ने कहा
मैं क्रिकेट का बेट खरीदुंगा..
किसी ने कहा कि
मैं अपने लिए प्यारी सी गुड़िया खरीदुंगी..
तो, किसी ने कहा
मैं बहुत सी चॉकलेट्स खरीदुंगी..
.
एक बच्चा कुछ सोचने में डुबा हुआ था
टीचर ने उससे पुछा कि "तुम क्या सोच रहे हो, तुम क्या खरीदोगे??"
.
बच्चा बोला कि, टीचर जी
मेरी माँ को थोड़ा कम दिखाई देता है
तो मैं अपनी माँ के लिए एक चश्मा खरीदूंगा.!
.
टीचर ने पूछाः तुम्हारी माँ के लिए
चश्मा तो तुम्हारे पापा भी खरीद सकते है,
तुम्हें अपने लिए कुछ नहीं खरीदना??
.
बच्चे ने जो जवाब दिया उससे
टीचर का भी गला भर आया... frown emoticon:(
.
बच्चे ने कहा कि
मेरे पापा अब इस दुनिया में नहीं है
मेरी माँ लोगों के कपड़े सिलकर
मुझे पढ़ाती है, और कम दिखाई देने की
वजह से वो ठीक से कपड़े नहीं सिल पाती है..
इसीलिए मैं मेरी माँ को चश्मा देना
चाहता हुँ, ताकि मैं अच्छे से पढ़ सकूँ
बड़ा आदमी बन सकूँ, और
माँ को सारे सुख दे सकूँ.!
.
टीचर:- बेटा तेरी सोच ही तेरी कमाई है।
ये 100 रूपये मेरे वादे के अनुसार
और, ये 100 रूपये और उधार दे रहा हूँ।
जब कभी कमाओ तो लौटा देना।
और, मेरी इच्छा है, तू इतना बड़ा
आदमी बने कि तेरे सर पे हाथ फेरते वक्त मैं धन्य हो जाऊं.!
.
15 वर्ष बाद..........
.
बाहर बारिश हो रही है, और
अंदर क्लास चल रही है।
.
अचानक स्कूल के आगे जिला कलेक्टर की बत्ती वाली गाड़ी आकर रूकती है।
.
स्कूल स्टाफ चौकन्ना हो जाता हैं।
स्कूल में सन्नाटा छा जाता हैं.!
.
मगर ये क्या ?
जिला कलेक्टर एक वृद्ध टीचर के पैरों में गिर जाते हैं, और कहते हैं:-
"सर मैं दामोदर दास उर्फ़ झंडू, आपके उधार के 100 रूपये लौटाने आया हूँ"
.
पूरा स्कूल स्टॉफ स्तब्ध.!!!
.
वृद्ध टीचर झुके हुए नौजवान कलेक्टर को उठाकर भुजाओं में कस लेता है, और रो पड़ता हैं.! frown emoticon:(
:
:
"दोस्तों..
मशहूर हो, मगरूर मत बनना
साधारण हो, कमज़ोर मत बनना
वक़्त बदलते देर नहीं लगती..

Anmol Vachan

*कश्तिया उन्ही की डूबती है ..*
*जिनके ईमान डगमगाते हैं !!*
*जिनके दिल में नेकी होती है ..*
*उनके आगे मंजिले भी सर झुकाती है !!*
*इंसान अपना वो चेहरा तो*
     *खूब सजाता है जिस पर*
     *लोगों की नज़र होती है*
    *मगर आत्मा को सजाने की*
    *कोशिश कोई नही करता*
*जिस पर परमात्मा की नजर होती है।*
   *सुप्रभात* 

जैन धर्म की गणित

जैन धर्म की  गणित
एक बार जरूर पढ़िए ।
1- आत्मा 1 होती है
2 - जीव -2
3 - योग
4 - गतियां
5 - पाप
6 - द्रव्य
7 - तत्त्व
8 - कर्म
9 - पदार्थ
10 - धर्म
11 - प्रतिमा
12 - भावना
13 - चारित्र
14 - गुणस्थान
15 - प्रमाद
16 - कषाय
17 - मरण
18 - दोष
19 - जीव समास
20 - प्ररूपना
21 - ओदायिकभाव
22 - परिषह
23 - वर्गना
24 - तीर्थकर
25 - क्रियाए
26 - प्रथव्या
27 - पंचेंद्रियोंके विषय
28 - साधू के मूलगुण
29 - मनुष्योंकी संख्या 29 अंक प्रमाण
30 - ण मोकारमंत्र में 30 व्यंजन होते है
31 - प्रथम पटल में 31 पटल है
32 - अन्तराय
33 - सर्वार्थसिद्धि में 33सागर आयु
34 - अतिशय
35 - णमोकारमंत्र में 35 अक्षरहोते है
36 - आचार्योंके मूलगुण
37 - पाँचवे गुणस्थान में आश्रवद्वार 37 होते है
38 - भगवान् पार्श्वनाथ के  समोवशरं में 38 हजार आर्यिकाए थी
39 - तत्वार्थसूत्र के तीसरे अध्याय के सूत्र
40 - भवनवासी
41 - चार आराधनाओ के 41 प्रभेद
42 - तत्वार्थसूत्र के चौथे अध्याय के सूत्र
43 - तीसरे गुणस्थान में आस्रवद्वार 43
44 - कल्याणमंदिर के श्लोक
45 - मनुष्य लोक का विस्तार 45 लाख योजन
46 - अरिहंतों के मुलगुण
47 - घाति या कर्म
48 - भक्तामर में 48 श्लोक है
49 - नरक पटल
50 - सम्यक्त्व के 50 मल
51 - इष्टोपदेश के श्लोक 51 होते हे
52 - नंदीश्वरद्वीप के चैताल्य 52 होते हे
53 - जीव के भाव 53 होते हे
54 - बडे समाधिमरण के छंद 54 होते है
55 - सोलहवे स्वर्ग की देवियो की आयु 55 पल्य होती है
56 - जम्बूद्वीप में नक्षत्र 56 होते है
57 - आस्रव के कुल भेद 57 होते है
58 - द्रव्यसंग्रह मे गाथा 58 होती है
59 - सातवे गुणस्थान मे बंधने वाले कर्म 59 होते है
60 - श्रावकव्रतो के अतिचार 60 होते है
61 - आचार्य , उपाध्याय के कुल मूलगुण 61 होते है
62 - पुद्गल विपाकी कर्म 62 होते है
63 - शलाका पुरुष 63 होते है
64 - ऋद्धियाँ 64 होती है
65 - दारहवे गुणस्थान मे अनुदय कर्म 65 होते है
66 - भगवान महावीर की वाणी नहि खिरने के दिन 66 थे
67 - पाँचवे गुणस्थान मे बंधने वाले कर्म 67 होते है
68 - पुण्यकर्म 68 होते है
69 - सम्मूर्च्छन तिर्यंचों के 69 भेद होते है
70 - ढाई द्वीप की मुख्य नदियाँ 70 होती है
71 - अरिहंत , उपाध्याय परमेष्ठी के मूलगुण 71 होते है
72 - भगवान महावीर की आयु 72 वर्ष थी
73 - कषायमार्गणा मे सातवे गुणस्थान मे उदयकर्म 73 होते है
74 - तत्वसार ग्रन्थ की गाथा 74 होती है
75 - गुण संक्रमण के कर्म 75 होते है
76 - द्वीपकुमार के भवन 76 होते है
77 - भगवान श्रेयांसनाथ के गणधर 77 थे
78 - जीव विपाकी कर्म 78 होते है
79 - अरिहंत , उपाध्याय , सिद्धपरमेष्ठी के कुल मूलगुण 79 होते है
80 - पंचमेरू के चैत्यालय 80 होते है
81 - भगवान शान्तिनाथ जी , कुन्थुनाथ जी और पार्श्वनाथ जी के गणधरो की संख्या मिलाकर 81 हो जाति है
82 - अरिहंत और आचार्य परमेष्ठी के कुल मूलगुण 82 होते है
83 - तत्वार्थसूत्र के आठवें ,नवें और दसवें अध्याय के सूत्रो की संख्या मिलाकर 83 हो जाति है
84 - णमोकारमन्त्र से 84 लाख मन्त्र निकलते है
85 - चौदह गुणस्थान मे सत्वकर्म 85 होते है
86 - भगवान सुपार्श्वनाथ जी के समवशरण मे वादी मुनीराज 86 सो थे
87 - भगवान शीतलनाथ जी के गणधर 87 थे
88 - भगवान पुष्पदन्त जी के गणधर 88 थे
89 - आचार्य , उपाध्याय और साधु परमेष्ठी के मूलगुण 89 होते है
90 - जम्बूद्वीप की कुल नदियाँ 90 है
91 - अधोग्रैवेयक के चैताल्य 91 है
92 - सामान्य मनुष्य के चौथे गुणस्थान मे कर्म उदय 92 होते है
93 - नामकर्म के भेद 93 होते है
94 - भगवान चन्द्रप्रभ जी के एक कम 94 गणधर थे
95 - भगवान सुपार्श्वनाथ जी के 95 गणधर थे
96 - चक्रवर्ती की 96 हजार रानीयाँ होती है
97 - कुभोगभुमियाँ एक कम 97 होती है
98 - जीव समास के 98 भेद है
99 - सुमेरू पर्वत पृथ्वी से 99 हजार योजन ऊँचा-
100-इंद्रो की कुल संख्या 100 होती है।
ये है जैन धर्म की गिनती।।।।
जय जिनेन्द्र 

चन्द्र ग्रहण

चंद्रग्रहण 
दूसरा चन्द्र ग्रहण: 7 अगस्त (सोमवार) , 2017 
 *ग्रहण कहा दिखेगा
 *ग्रहण का समय
 *सूर्य ग्रहण की महत्‍वपूर्ण जानकारी
 *चंद्र ग्रहण की महत्‍वपूर्ण जानकारी
 *चंद्र ग्रहण का मंत्र
 *चंद्र ग्रहण का यंत्र
 *चंद्र ग्रहण का तंत्र
 *चंद्र ग्रहण का राशिफल
 *चंद्र ग्रहण मे गर्भवती महिलाओं की सावधानी
वर्ष 2017 में कुल चार ग्रहण लग रहे है : दो सूर्य ग्रहण और 2 चन्द्र ग्रहण
" १ सूर्य ग्रहण और १चन्द्र ग्रहण हो गये "
दूसरा चन्द्र ग्रहण: 7 अगस्त (सोमवार) , 2017
दूसरा सूर्य ग्रहण: 21-22 अगस्त (सोमवार) , 2017
       0⃣7⃣0⃣8⃣2⃣0⃣1⃣7⃣ 



श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात्रि को खण्डग्रास चन्द्र ग्रहण होगा, जिसे पूरे भारतवर्ष में देखा जा सकेगा. भारत के अतिरिक्त यह ग्रहण पाकिस्तान , अफगानिस्तान , ईरान, ईराक , सऊदी अरब, इथोपिया , केन्या, तंज़ानिया , दक्षिण अफ्रीका, रूस, चीन, मंगोलिया, मयन्मार, ऑस्ट्रेलिया , जापान, थाईलैंड, सिंगापुर आदि से भी इस अल्प्ग्रास चन्द्र ग्रहण को कुछ समय के लिए देखा जा सकेगा.
⚡ग्रहण के दिन कारने के मंत्र - यंत्र - तंत्र अद्भुत प्रयोग⚡
मेरे गुरूदेव, ज्योतिष विशारद, माँ भगवती के उपासक,  सावत्थीतीर्थ सर्जक तपागच्छाचार्य आचार्य. श्री. जिनचन्द्रसूरीश्र्वरजी म सा  के सूक्ष्म अवलोकन, अध्ययन, मनन. चिंतन के बाद की संक्षिप्त जानकारी भद्रबाहुसहिंता, भृगु संहिता, आदी ग्रंथ के अभ्यास करके गुरुदेव से प्राप्त आज्ञा से प्रस्तुत करता हू.
दूसरा चन्द्र ग्रहण: 7 अगस्त (सोमवार) , 2017
मुनी अजितचन्द्र विजय Whatsapp +919824010332
               ⏳ग्रहण का समय:⏳
     0⃣7⃣0⃣8⃣2⃣0⃣1⃣7⃣
⏰ *इस ग्रहण की अवधि 5 घंटे एक मिनट होगी
⏰ *आंशिक ग्रहण की अवधि 1 घंटे, 55 मिनट है।
ग्रहण का समय
⏰ *खंडच्छायायुक्त ग्रहण शुरू: 7 अगस्त, 21:20:01 pm IST
⏰ *आंशिक ग्रहण : 7 अगस्त, 22:52:56 pm IST
⏰ *अधिकतम ग्रहण: 7 अगस्त, 23:50:29 pm IST
⏰ *आंशिक ग्रहण समाप्त: 8 अगस्त, 00:48:09 am IST
⏰ *खंडच्छायायुक्त ग्रहण समाप्त: 8 अगस्त, 02:20:56 am IST
➡ ईस मेसेज को आप अपने सभी मेम्बर ओर ग्रुप में फोरवड करे अगर आप को ईस प्रकार के मेसेज चाहिये तो अपना नाम ओर आप कहासे हो वो भेजिये नीचे दर्शाये नंबर पे... मुनी अजितचन्द्र विजय Whatsapp +919824010332
सूर्य और चंद्र ग्रहण से जुड़ी महत्‍वपूर्ण जानकारी और तथ्‍य सावत्थी तीर्थ सर्जक आचार्य. श्री. जिनचन्द्रसूरीश्र्वरजी कहते हे
सूर्य और चंद्र ग्रहण का बहुत महत्व है. शास्त्रों में भी ग्रहण से जुड़ी कई बातें कहीं गई है. 
सूर्य ग्रहण:
मंत्र वेत्ता आचार्य. श्री. *जिनचन्द्रसूरीश्र्वरजी* कहते हे
(1) जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की चमकती सतह चंद्रमा के कारण दिखाई नहीं पड़ती है.
(2) चंद्रमा की वजह से जब सूर्य ढकने लगता है तो इस स्थिति को सूर्यग्रहण कहते हैं.
(3) जब सूर्य का एक भाग छिप जाता है तो उसे आंशिक सूर्यग्रहण कहते हैं.
(4) जब सूर्य कुछ देर के लिए पूरी तरह से चंद्रमा के पीछे छिप जाता है तो उसे पूर्ण सूर्यग्रहण कहते हैं.
(5) पूर्ण सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या को ही होता है. मुनी अजितचन्द्र विजय Whatsapp +919824010332
चंद्र ग्रहण:
0⃣7⃣0⃣8⃣2⃣0⃣1⃣7⃣
माँ भगवती के उपासक आचार्य. श्री. जिनचन्द्रसूरीश्र्वरजी कहते हे
(1) जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य की पूरी रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ती है. इसे चंद्रग्रहण कहते हैं.
(2) जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सरल रेखा में होते हैं तो चंद्रग्रहण की स्थिति होती है.
(3) चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा की रात में ही होता है.
(4) एक साल में अधिकतम तीन बार पृथ्वी के उपछाया से चंद्रमा गुजरता है, तभी चंद्रग्रहण लगता है.
(5) सूर्यग्रहण की तरह ही चंद्रग्रहण भी आंशिक और पूर्ण हो सकता है.
➡ ईस मेसेज को आप अपने सभी मेम्बर ओर ग्रुप में फोरवड करे अगर आप को ईस प्रकार के मेसेज चाहिये तो अपना नाम ओर आप कहासे हो वो भेजिये नीचे दर्शाये नंबर पे...मुनी अजितचन्द्र विजय Whatsapp +919824010332
⚡ग्रहण के दिन कारने के मंत्र - यंत्र - तंत्र अद्भुत प्रयोग⚡
❣ग्रहण के समय में सात्विक बहोत सारे यंत्र मंत्र ओर तंत्र के प्रयोग तत्काल सिद्ध होते हे मंत्र वेत्ता आचार्य. श्री. जिनचन्द्रसूरीश्र्वरजी कहते हे ये स्वानुभव सिद्ध प्रयोग हे ❣
 :  *विद्या वृद्धि मंत्र* :~ 
 " *ॐ नमो ॐ ह्रीँ श्रीँ क्लीँ वद वद वाग्वादिनी बुद्धिवर्धय ॐ ह्रीँ नम: स्वाहाः* "
 विधी:- ग्रहण के समय 12500 जाप करने से मंत्र सिद्ध होता है
*त्रीभूवन स्वामिनी मंत्र* 
: वांच्छीतार्थ फल सिद्धि कारक मंत्र :
 "*ॐ ह्रीँ  अर्हत् उत्पत उत्पत स्वाहा:*"
ग्रहण के दिन मंत्र सिद्धा करके रोज १ माला गिनने से कार्य सिद्धा होते है
☄*बाबा विशा यंत्र:*~☄
विसा यंत्र साधक आचार्य. श्री. जिनचन्द्रसूरीश्र्वरजी कहते हे
अत्यंत चमत्कारी बाबा विशा यंत्र
ग्रहण के समय पर यंत्र बनाकर सिद्धा करना
*"जहाँ वसे बाबा विशा
वहाँ क्या करे जगदीशा"*
⭐ ~: *तंत्र प्रयोग* :~ ⭐
तंत्राचार्य आचार्य. श्री. *जिनचन्द्रसूरीश्र्वरजी* कहते हे
ग्रहण समय हल्दी का गठिया मुँह मै रख का मौन रहेकर आपने ईस्ट मंत्र का जाप करनेका  ग्रहण स्पर्श से ग्रहण मोक्ष तक
उसके बाद छाओ ( बिना सूर्य किरण कि जगा)  मै सुखा ने रख कर कभी कोई महत्व का काम हो तो उस हल्दी को गिस के तिलक करके जाने से कार्य सफलता मिलती है..
*ग्रहण के दौरान ध्यान देने योग्य बातें*  
☀सूतक में भोजन ना करे | दूध , फल, जूस या सात्विक भोजन  ले सकते है |
☀सूतक में भोजन ना बनाये | विशेषतौर से गर्भवती महिलाएं चाकू छुरी से कुछ भी ना काटे |
☀सूतक में सिलाई कढ़ाई का कार्य ना करे | विशेषकर से गर्भवती महिलाएं |
☀सूर्य ग्रहण को ना देखे | विशेषकर नंगी आंखों से तो कतई नहीं .
☀मंदिर बंद रखे भगवान की मूर्ति को स्पर्श ना करे |
☀व्यसन से दूर रहे |
☀अपराध बुरे काम, बुरे विचार और झूठ से दूर रहे | क्योंकि इस समय किये गए बुरे कार्य का प्रभाव कई गुना  बढ़ जाता है |
☀ग्रहण के बाद घी और खीर से हवन करे इससे आपको लाभ और लंबे रोग से छुटकारा मिलेगा |
☀यदि चंदमा निर्बल है तो “ॐ चन्द्राय: नमः” मन्त्र का जप करे |
☀यदि आपका सूर्य निर्बल है तो  इस दौरान मंत्र“ॐ सूर्याय: नमः” का जप करे |
☀ग्रहण के समय यदि आपकी कुंडली में सूर्य या चंद्र दोष है तो यह समय ग्रहण संबंधी उपचार के लिए उपयुक्त है |
☀यदि आप किसी तीर्थ स्थल पर है तो वह स्नान कर जप और दान करे |
☀धार्मिक पुस्तक पढ़े |
☀सोच को सकारात्मक रखे |
☀विशेषतोर पर गर्भवती महिलाये क्योंकि उसका सीधा प्रभाव आपके होने वाले बच्चे पर पड़ता है |
☀अच्छे विचार और भाव मन में लाये |
☀अपने सामान्य दैनिक कार्य करें |
☀स्नान कर भगवान  का मनन करे . जो भी आपके आराध्य देव है उनका धयान करे |
अंत में एक बार फिर से  गर्वभती महिलाये , बच्चे , बुज़ुर्ग और बीमार व्यक्तियों के लिए भोजन लेना , शौचालय जाना , दवाई लेने पर कोई पाबन्दी नहीं है |
तपागच्छाचार्य, ज्योतिष विशारद आचार्य. श्री. जिनचन्द्रसूरीश्र्वरजी महाराज साहेब द्वारा संभावित दसरे चन्द्र ग्रहण: 7 अगस्त (सोमवार) , 2017 का राशिफल 
0⃣7⃣0⃣8⃣2⃣0⃣1⃣7⃣
*卐0⃣ 1⃣ मेष :~ अ, ल, इ* : पिता को कष्ट , आय में बाधा .
*卐0⃣ 2⃣ वृषभ :~ ब, व, उ* :   कार्यों में गतिरोध , हानि  .
*卐0⃣ 3⃣  मिथुन :~  क, छ, घ* :  रोग इत्यादि में वृद्धि , शारीरिक कष्ट , स्थान परिवर्तन
*卐0⃣4⃣ 呂कर्क :~ ड, ह* :   जीवन साथी से मतभेद , व्यापार में हानि , लड़ाई – झगडे की संभवना
*卐0⃣5⃣ 女सिंह :~ म, ट*  शत्रुओं से हानि , कर्ज की स्थिति म सर्जरी का योग
*卐0⃣6⃣ कन्या :~ प, ठ, ण*  संतान को कष्ट , शिक्षा बाधा , गलत निर्णय
*卐0⃣7⃣ ⚖तुला :~ र, त* :  माता को कष्ट , संपत्ति की हानि , वाहन दुर्घटना योग
*卐0⃣8⃣ 廬वृश्चिक :~ न, य* :  करीबियों से दिखा , बहनों और मित्रों को कष्ट , व्यर्थ का विवाद
*卐0⃣9⃣ धनु :~ भ, ध,फ* : धन हानि , क्रोध की अधिकता , गलत निर्णय , पारिवारिक तनाव
*卐1⃣0⃣ मकर :~ ख, ज* :  चोट – चपेट की संभावना , डिप्रेशन , अशांति और निर्बलता
*卐1⃣1⃣ ⚱कुंभ :~ ग, स, श, ष* : सुदूर यात्रा , अधिक खर्च , परिवार से दुरी
*卐1⃣2⃣ मीन :~ द, च* :  आय में बाधा , संतान को कष्ट , शिक्षा में समस्या , आलस्य और प्रमाद का अधिक प्रभाव
         
擄*चंद्र ग्रहण मे गर्भवती महिलाओं की सावधानी*擄
1⃣ ग्रहण चाहे सूर्य हो या चंद्र ग्रहण, दोनों ही अपने बुरे प्रभाव के लिए जाने जाते हैं। ना केवल शास्त्रीय दृष्टि सेम वरन् साइंस ने भी ग्रहण की वजह से होने वाले बुरे प्रभावों को माना है। ग्रहण के दौरान कुछ सावधनियां बरतनी जरूरी हैं यह वैज्ञानिकों ने भी माना है, क्यूंकि ग्रहण के दौरान निकलने वाली तरंगे हमें हानि पहुंचा सकती हैं।
2⃣. गर्भवती महिलाओं पर होता है असर खासतौर से गर्भवती महिलाओं के लिए ग्रहण अन्य लोगों की तुलना में अधिक नुकसानदेह होता है। इसलिए उन्हें कुछ खास नियमों का पालन करना पड़ता है। दरअसल ग्रहण के दौरान ना गर्भ में पल रहे बच्चे पर बुरा असर होने का डर होता है।  
3⃣.ऐसे होता है असर उदाहरण के तौर पर यदि सूर्य ग्रहण लगा है, और इस दौरान गर्भवती महिला सूरज की रोशनी में आ जाए तो सूर्य की किरणे गर्भ में पल रहे बच्चे पर बुरा असर करती हैं। सूर्य की किरणों में उस समय कुछ ऐसी दूषित तरंगे मौजूद होती हैं, जो अजन्मे शिशु को प्रभावित करती हैं।
4⃣. कुछ निर्देश इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे निर्देश बताने जा रहे हैं, जो ग्रहण के दौरान एक गर्ब्भवती महिला के जरूर काम आएंगे। यदि वह महिला इन निर्देशों का भली-भांति पालन करती है, तो उसके आने वाले बच्चे पर ग्रहण का कोई बुरा असर नहीं होगा।
5⃣. स्नान करें सबसे पहली बात, ग्रहण आरंभ होने से पहले स्नान अवश्य करें। ग्रहण स्माप्त होने पर भी स्नान करना चाहिए। क्योंकि ग्रहण की तरंगों के कारण वातावरण दूषित हो जाता है, इसलिए यह जरूरी है कि गर्भवती महिला ग्रहण खत्म होने पर स्नान करके वापस शुद्ध हो जाए।  
6⃣. भोजन ना करें ग्रहण के दौरान वातावरण में जिन तरंगों का प्रवाह होता है, वे ना केवक जीवित वरन् बीजान वस्तुओं पर भी असर करती हैं। इसलिए ग्रहण से पहले जो खाना पका होता है या यहां तक कि घर में पड़ा पानी भी दूषित हो जाता है।
8⃣. नुकीली वस्तुओं से दूर रहें ग्रहण के दौरान एक गर्भवती महिला को नुकीली या तेज़-तरार वस्तुओं से दूर रहना चाहिए। जैसे कि चाकू, कैंची, सुई, या पेन-पेनसिल भी।
9⃣. सब्जी ना काटें गर्भवती महिलाओं को नुकीली वस्तुओं से ना केवल दूर, साथ ही उनका इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए। ग्रहण के दौरान गलती से भी सब्जी ना काटें, और जितना हो सके घर के कार्यों को ना करने का फैसला लें।
1⃣2⃣. बाहर ना निकलें यह ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए जानने योग्य सबसे जरूरी बात है... इस दौरान बाहर निकलने की भूल ना करें। ग्रहण की तरंगे आपके अजन्मे शिशु पर बुरा प्रभाव कर सकती हैं।
शुभम भवतु !
यथा शक्ति  परमार्थ
संयोजक:~ मंत्र वेता आचार्य देव श्रीमद् विजय * जिनचन्द्रसूरीश्र्वरजी * महाराजा साहेब.
आजीवन गुरुचरणसेवी मुनि * अजितचन्द्र विजयजी * म सा
| | : J I N : | |®™*
_जिन शीशू अजित_
देवी स्वप्न द्वारा निर्मित
८४ जिनालय समलंकृत * सावत्थीतीर्थ धाम *
बावला, अहमदाबाद
*मुनी अजितचन्द्र विजय*
*Whatsapp 09824010332*
ईस मेसेज को आप अपने ग्रुप में फोरवर्ड करे अगर आप को ईस प्रकार के मेसेज चाहिये तो अपना नाम ओर आप कहासे हो वो भेजिये ऊपर दर्शाये नंबर पे…

दरवाज़ा हँस कर ही खोलो

鹿鹿
✍ *घर के अंदर जी भर के रो लो* *पर दरवाज़ा हँस कर ही खोलो....!!*
*क्योंकि लोगों को यदि पता लग गया कि तुम अंदर से टूट चुके हो तो वो तुम्हें लूट लेंगे*
 *इंसान* कभी *गलत* नहीं होता, उसका *वक़्त* गलत होता है मगर लोग इंसान को *गलत* कहेते हे जैसे के..............
*पतंग* कभी नहीं *कटती, कटता* तो *धागा* हे फिर भी लोग कहेते हे *पतंग* कटी"..!
  
       *鹿鹿*
*जय श्रीराधेकृष्ण*

Anmol Vachan

सदा उनके कर्जदार रहिये
      जो आपके लिए खुद का
            वक़्त नहीं देखता,,
     
और सदा ही उनके वफादार
       रहिये जो व्यस्त होने के
          बावजूद आपके लिए
              वक़्त निकालते है
               
   *GooD MorninG* 

जैन संदेश

Ⓜ *जैन संदेश* Ⓜ
*हर जैनी....*
फर्ज समझकर हर जैनी करें एक
काम
घर-घर घर में पहुंचाए अब एक
पैगाम
अपने वाहन के आगे *जय जिनेंद्र*
और पीछे *मिच्छामी दुक्कड़म* या
*उत्तम क्षमा* लिखें
जो हर राहगीर को दूर से भी दिखे
यदि आप मार्ग में किसी संकट में
फंस जायेंगे
तो तुम्हारी मदद को तुम्हारे पास
कई जैनी आऐगे।
धर्म का भी होगा प्रचार
मुश्किल की घड़ी में मिल जाएगा आपको
मददगार
जो दानवीर पुण्य कमाना चाहे
वो ऐसे दो स्टीकर बनवाये
जिसके दोनो कॉर्नर पर *जैन चिन्ह*
भी छपवाएं
● जैन चिन्ह *जय जिनेन्द*  जैन चिन्ह ●
● जैन चिन्ह *मिच्छामी दुक्कड़म* जैन चिन्ह ●
● जैन चिन्ह *उत्तम क्षमा* जैन चिन्ह ●
*अतिशीघ्र जगह जगह पहुंचाएं यह काम युद्धस्तर पर शुरू हो जाए*
*तो आओ हम इसे मिशन बनाए*।
          

श्रध्दा

एक महान रहस्यदर्शी मिलेरेप्पा के बारे में ऐसा ही कहा जाता है। जब तिब्बत में वह अपने गुरु के पास गया तो वह इतना अधिक विनम्र, इतना पवित्र और इतना अधिक प्रामाणिक था कि वहां अन्य शिष्यों को उससे ईर्ष्या होने लगी। यह निश्चित था कि वह गुरु का उत्तराधिकारी बनता। और वास्तव में उस आश्रम में राजनीति चल रही थी, इसलिए उन लोगों ने उसे मार डालने का प्रयास किया। एक दिन उन लोगों ने उससे कहा—’‘ यदि तुम वास्तव में सद्गुरु के प्रति पूर्ण श्रद्धा रखते हो तो क्या तुम इस पहाड़ी से नीचे कूद सकते हो? यदि तुम वास्तव में गुरु पर विश्वास करते हो, यदि तुम्हारी श्रद्धा सच्ची है तो तुम्हें कुछ भी हानि नहीं हो सकती।’’
और मिलेरेप्पा बिना किसी हिचक के, बिना एक क्षण सोचे पहाड़ी से नीचे कूद पड़ा। वे दौडते हुए नीचे पहुंचे क्योंकि वह लगभग तीन हजार फुट गहरी घाटी थी। उसकी इधर—उधर बिखरी हड्डियां खोजने के लिए वे लोग नीचे पहुंचे, लेकिन वह वहां पद्यासन लगाये बहुत प्रसन्न और अत्यधिक आनंदपूर्ण स्थिति में बैठा मिला।
उसने अपने नेत्र खोले और कहा— '' तुम लोग ठीक कहते थे, विश्वास और श्रद्धा ही रक्षा करते हैं।’’
उन लोगों ने सोचा कि यह जरूर ही कोई संयोग हो सकता है। इसलिए जब एक दिन एक घर में आग लगी थी तो उन लोगों ने उससे कहा—’‘ यदि तुम अपने सद्गुरु से प्रेम करते हो, उन पर श्रद्धा रखते हो, तो इस घर के अंदर जाकर लोगों को बचाओ।’’
वह तुरंत उस घर में लगी आग के अंदर चला गया, जहां एक स्त्री और एक बच्चा रह गया था। आग बहुत भयानक थी और सभी यह आशा कर रहे थे कि वह जल जायेगा, लेकिन वह बिना जले बाहर आ गया।
एक दिन वे सभी कहीं जा रहे थे और सभी को एक नदी पार करनी थी। उन लोगों ने उनसे कहा—’‘ तुम्हें तो नाव से नदी पार करने की कोई जरूरत है ही नहीं। तुम्हारे पास तो इतनी महान श्रद्धा और विश्वास है, तुम तो नदी पर चल सकते हो। और वह नदी के जल पर चलता हुआ उस पार जा पहुंचा।’’
यह पहला अवसर था कि सद्गुरु ने यह चमत्कार देखा। वह उसके प्रति अनजान था। जब उसे पहाड़ी से घाटी में कूदने को और जलते घर में प्रवेश करने को कहा गया था। वह इन घटनाओं के प्रति होशपूर्ण था ही नहीं। लेकिन इस बार उसने नदी किनारे स्वयं खड़े—खड़े उस नदी के जलपर चलते हुए देखा था।
उसने मिलेरेप्पा से कहा—’‘ तुम यह क्या कर रहे हो? यह तो असम्भव है।’’
और मिलेरेप्पा ने कहा—’‘ बिलकुल भी असम्भव नहीं है। मैं यह सब कुछ आपकी ही शक्ति द्वारा ही कर रहा हूं।’’
अब वह सद्गुरु विचार में पड़ गया—’‘ यदि मेरे नाम और मेरी शक्ति से यह अज्ञानी और मूर्ख व्यक्ति यह सब कुछ कर सकता है... और मैंने स्वयं कभी ऐसी कोशिश ही नहीं की।’’
इसलिए उसने कोशिश की और वह नदी में डब गया। इसके बाद उसके बारे में कभी कुछ भी नही सुना गया।
एक ऐसा सद्गुरु जो बोध को उपलब्ध नहीं भी हुआ हो, उसके प्रति भी यदि श्रद्धा गहरी हो, तो वह भी तुम्हारे जीवन में क्रांति ला सकता है। और इसका विपरीत भी सत्य है, एक बुद्ध भी तुम्हारी कोई भी सहायता नहीं कर सकता, यदि तुम्हारी प्यास गहरी और सच्ची नहीं है। यह सभी कुछ तुम्हीं पर निर्भर करता है पूरी तरह तुम्हीं पर।

तमीज


*बडो से बात करने का*
         *तरीका आपकी*
     *"तमीज" बताता है .*
      *और छोटों से बात*
      *करने का तरीका*
      *आपकी "परवरिश ".*
      *अपने शब्दों में ताकत*
      *डालें आवाज में नहीं*
     *क्यो कि बारिश से फूल*
      *उगते हैं, बाढ़ से नहीं...*

        *मै हर बार परखता हूँ कि*
         *"भगवान" है कि नही ?*
*पर उसने एक बार भी सबूत नही* *मांगा कि मैं "इंसान" हूँ या नही ?*

        *पाप नि:संदेह बुरा है..!!*
                *लेकिन..,*
*उससे भी बुरा है पुण्य का अहंकार....!!!*
*सुप्रभात*

Time Pass


कलियुग में यक्ष के प्रश्नों के उत्तर:-
यक्ष :- आकाश से भी ऊँचा क्या है ?
Me :- बिहार के टॉपर.
यक्ष :- पवन से भी तेज़ गति किसकी है ?
Me :- Airtel 4G.
यक्ष :- मृत्यु के समीप हुए व्यक्ति का सच्चा मित्र कौन है ?
Me :- जो मरने वाले का मोबाइल फॉर्मेट कर दे.
यक्ष :- पृथ्वी को किस वस्तु ने ढक रखा है ?
Me :- नरेंद्र मोदी की घोषणाओं ने.
यक्ष :-  धरती पर ईश्वर का सबसे विचित्र अविष्कार क्या है ?
Me :- राहुल गाँधी.
यक्ष :- धरती पर ऐसी कौन सी मुसीबत है जिसका हल स्वयं ब्रह्मा जी के पास भी नहीं है ?
Me :- केजरीवाल की खांसी.
यक्ष :- कलयुग में नारद मुनि के सामान तीनों लोकों  का ज्ञाता कौन है ?
Me :- गूगल बाबा.
यक्ष :- दुनिया में सबसे सुखी कौन है ?
Me :- विजय माल्या.
यक्ष :- लज्जा क्या है ?
Me :- माधुरी दीक्षित की फ़िल्म.
यक्ष :- दया क्या है ?
Me :- जेठालाल की पत्नी.
यक्ष :- मनुष्य किसके पीछे पागल है?
Me :- Reliance Jio के पीछे
इसके बाद से यक्ष अंकल कोमा में हैं
होश में आते ही आगे की
प्रश्नोत्तरी प्रकाशित की जाएगी..


NAAG PANCHAMI

रात भर पति पत्नी लड़ते लड़ते सो गये।
      दूसरे दिन सुबह हुई तो पति उठा और लेटी हुई पत्नी के लिए गरमा-गरम दूध
लेकर हाजिर हुआ।
पत्नी - तो इस तरह तुम रात की लड़ाई के लिए माफी मांग रहे हो??
पति - किसने कहा माफी मांग रहा हूं। आज नागपंचमी है, ले नागिन दूध पी ले।

HAPPY NAAG PANCHAMI

Helth

एक लड़का बहुत कमज़ोर था!
जिस्मानी तौर पर बिलकुल हड्डियों का ढांचा।☠
..
.
वो बाज़ार से गुज़र रहा था 
.
.
.
तो एक बहुत ही अमीर और ख़ूबसूरत लड़की .
.
.
उसके पास अपनी क़ीमती कार में आकर रुकी 
.
.
और उस को अपने साथ अपने घर चलने की पेशकश की।
.
.
बेचारा हैरान भी था और ख़ुश भी के 
इतनी अमीर, इतनी ख़ूबसूरत है।..
काश के इससे मेरी शादी हो जाये तो मैं भी अमीर हो जाऊँ और ख़ूब ऐश करूँ।樂
.
.
.
वो राज़ी हो गया और लड़की के साथ उसके घर चला गया।
.
.
उसका बंगला बहुत आलीशान था।
बहुत सारे नौकर-चाकर भी थे।
.
.
लड़की ने उसे ले जा कर ड्राइंग रूम में बिठा दिया और इंतज़ार करने को कहा। 
.
.
उस लड़के के तो दिल में लड्डू फ़ूट रहे थे।❤
.
.
.
कुछ देर के बाद वो लड़की अपने दो बच्चों के साथ आई और उनसे कहा...
.
.
. -
"देखो बच्चों, अगर बॉर्नवीटा नहीं पिओगे तो ऐसे ही हो जाओगे!"


सब्जी बाजार का क्रिकेट मैच

सब्जी बाजार का क्रिकेट मैच
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और इसी के साथ टमाटर ने पूरा किया शानदार शतक। ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 120 पर नाबाद। दूसरे छोर पर शिमला मिर्च भी दे रही बराबर का साथ। 80 पर नाबाद।कई बार दोहरा शतक जड़ चुके धनिया से इस पारी में तिहरा शतक की उम्मीद।ओपनर आलू प्याज सस्ते में निपटे।पुछल्ले भिंडी , गिलकी से भी अच्छी पारी की उम्मीद।
विपक्षी टीम" उपभोक्ता" का मनोबल टूटा, अभूत पूर्व निराशा, मैदान छोड़कर भागने की तैयारी।---------


घरेलू नुस्ख़े

कुछ घरेलू नुस्ख़े आप भी इन्हें आजमाइए!
1- यदि आपकी चाय फीकी बन गई हो तो उसमें थोड़ी चीनी और डाल दें, चाय तुरन्त मीठी हो जायेगी।
2- नहाने के लिए यदि पानी का प्रयोग किया जाय तो स्नान काफी अच्छा हो जायेगा।
3- पूड़ी बनाने के पहले यदि ऑटे की लोई को पूड़ी की तरह बेल कर तल लिया जाय, तो पूड़ी स्वादिष्ट बनेगी। 4- यदि आप पैसे की परेशानी से परेशान है तो अपने बैंक से पैसे निकाल लें, आपकी परेशानी दूर हो जायेगी।
5- यदि आपको रहने की समस्या है, तो एक अच्छा सा मकान बनवा कर तुरन्त रहना शुरु कर दें, समस्या का समाधान शतप्रतिशत हो जायेगा।

6- यदि आपके गैस का चूल्हा, गैस ख़तम हो जाने की वजह से बुझ गया हो तो तुरन्त एक गैस का भरा सिलण्डर लगा दें, चूल्हा जलने लगेगा।
7- यदि दाल या सब्जी मे नमक ज्यादा हो तो चिन्ता न करें, बस कुकर को खोलकर थोड़ी देर के लिये खुले नल के नीचे रख दें, चमत्कारी ढंग से नमक कम हो जायेगा।
8- यदि आपकी मोटरसाइकिल पेट्रोल ख़तम हो जाने के कारण रास्ते में अचानक बंद हो जाती है तो कतई परेशान ना हों, अगले पेट्रोल पम्प तक घसीट कर ले जाएं और पेट्रोल भरा लें, मोटरसाइकिल तुरंत स्टार्ट हो जाएगी। 

Anmol Vachan

*राजा हरिश्चंद्र एक बहुत बड़े दानवीर थे। उनकी ये एक खास बात थी कि जब वो दान देने के लिए हाथ आगे बढ़ाते तो अपनी नज़रें नीचे झुका लेते थे।*
*ये बात सभी को अजीब लगती थी कि ये राजा कैसे दानवीर हैं। ये दान भी देते हैं और इन्हें शर्म भी आती है।*
*ये बात जब तुलसीदासजी तक पहुँची तो उन्होंने राजा को चार पंक्तियाँ लिख भेजीं जिसमें लिखा था* -
*ऐसी देनी देन जु*
*कित सीखे हो सेन।*
*ज्यों ज्यों कर ऊँचौ करौ*
*त्यों त्यों नीचे नैन।।*
*इसका मतलब था कि राजा तुम ऐसा दान देना कहाँ से सीखे हो? जैसे जैसे तुम्हारे हाथ ऊपर उठते हैं वैसे वैसे तुम्हारी नज़रें तुम्हारे नैन नीचे क्यूँ झुक जाते हैं?*
*राजा ने इसके बदले में जो जवाब दिया वो जवाब इतना गजब का था कि जिसने भी सुना वो राजा का कायल हो गया।*
*इतना प्यारा जवाब आज तक किसी ने किसी को नहीं दिया।*
*राजा ने जवाब में लिखा* -
*देनहार कोई और है*
*भेजत जो दिन रैन।*
*लोग भरम हम पर करैं*
*तासौं नीचे नैन।।*
*मतलब, देने वाला तो कोई और है वो मालिक है वो परमात्मा है वो दिन रात भेज रहा है। परन्तु लोग ये समझते हैं कि मैं दे रहा हूँ राजा दे रहा है। ये सोच कर मुझे शर्म आ जाती है और मेरी आँखें नीचे झुक जाती हैं।*


सुंदर हाथ

सुंदर हाथ
बहुत समय पहले की बात है। कुछ स्त्रियां एक नदी के तट पर बैठी थीं। वे सभी धनवान होने के साथ-साथ अत्यंत सुंदर भी थीं। वे नदी के शीतल एवं स्वच्छ जल में अपने हाथ - पैर धो रही थीं तथा पानी में अपनी परछाई देख- देखकर अपने सौंदर्य पर स्वयं ही मुग्ध हो रही थीं।
तभी उनमें से एक ने अपने हाथों की प्रशंसा करते हुए कहा, “देखो, मेरे हाथ कितने सुंदर हैं।” लेकिन दूसरी स्त्री ने दावा किया कि उसके हाथ ज्यादा खूबसूरत हैं। तीसरी स्त्री ने भी यही दावा दोहराया। उनमें इस पर बहस छिड़ गई। तभी एक वृद्धा लाठी टेकती हुई वहां से निकली। उसके कपड़े मैले- कुचैले थे। वह देखने से ही अत्यंत निर्धन लग रही थी। उन स्त्रियों ने उसे देखते ही कहा, “व्यर्थ की तकरार छोड़ो, इस बुढ़िया से पूछते हैं कि हममें से किसके हाथ सबसे अधिक सुंदर हैं।” उन्होंने बुढ़िया को पुकारा, “ए बुढ़िया, जरा इधर आकर ये तो बता कि हममें से किसके हाथ सबसे अधिक सुंदर हैं।” वृद्धा किसी तरह लाठी टेकती हुई उनके पास पहुंची और बोली, “मैं बहुत भूखी-प्यासी हूं। पहले मुझे कुछ खाने को दो। चैन पड़ने पर ही कुछ बता पाऊंगी।” वे सब हंस पड़ी और एक स्वर में बोलीं, “जा भाग, हमारे पास कोई खाना- वाना नहीं है। ये भला हमारी सुंदरता को क्या पहचानेगी।”
वहीँ थोड़ी ही दूरी पर एक मजदूर स्त्री बैठी थी। वह देखने में सामान्य लेकिन मेहनती और विनम्र थी। उसने वृद्धा को अपने पास बुलाकर प्रेम से बैठाया और अपनी पोटली खोलकर अपने खाने में से आधा खाना उसे दे दिया। फिर नदी से लाकर ठंडा पानी पिलाया। फिर उस मजदूर स्त्री ने उसके हाथ-पैर धोए और अपनी फटी धोती से पौंछकर साफ कर दिए। इससे वृद्धा को बड़ा आराम मिला। जाते समय वह वृद्धा उन सुंदर स्त्रियों के पास जाकर बोली, “सुंदर हाथ उन्हीं के होते हैं जो अच्छे कर्म करें तथा जरूरतमंदों की सेवा करें। अच्छे कार्यों से हाथों का सौंदर्य बढ़ता है, आभूषणों से नहीं।”

Anmol Vachan

*किसी ने क्या खूब लिखा है👍*

  *तू कर ले हिसाब, अपने हिसाब से,*

*लेकिन ऊपर वाला लेगा हिसाब, अपने हिसाब से..*
           🌹*सुप्रभात*🌹

AAJ KI ACHHI BAAT


 *AAJ KI ACHHI BAAT*
दुनिया में कोई भी चीज़ अपने आपके लिए नहीं बनी।
दरिया -: खुद अपना पानी नहीं पीता।
पेड़ -: खुद अपना फल नहीं खाते।
फूल -: अपनी खुशबु अपने लिए नहीं बिखेरते।
मधुमक्खी -: खुद अपना शहद नही खाती!
मालूम है क्यों..??
क्योंकि दूसरों के लिए ही जीना ही असल जिंदगी हैं।
     
मुझे अपनी जिंदगी में आज एक चीज की तमन्ना है
             *''मेरे मालिक''*
जिस जिस की आंखें ये पढ रही है
उसका दामन सदा ''खुशियों'' से भरा रखना।

Anmol vachan



*दरिया बनकर किसीको डुबाने से*
               *बेहतर है,*
*की जरिया बनकर किसीको बचाया*
                *जाए !!*
*मत जियो उसके लिए जो दुनिया के लिए खूबसूरत हो,*
*जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये !!*

     *सुप्रभात*  

तोडना आसान जोड़ना मुश्किल

एक समय की बात है जब दो भाई, एक दुसरे के सामने ही पास वाले खेत में रहते थे. और 40 साल तक बिना किसी झगडे के वे मशीन बाटते थे, मजदुर खरीदते थे और जरुरत के अनुसार वस्तुए भी खरीदते थे. उनके बिच लम्बे सहयोग के बाद एक गलतफहमी हो गयी. और बहोत बड़ा झगडा भी हुआ, ग़लतफ़हमी से शुरू हुई ये अनबन कई हफ्तों तक चली और कुछ समय की शांति के बाद अब उनमे बहोत बदलाव आया और अब वो गलत फहमी कडवे शब्दों में बदल चुकी थी.
एक सुबह जॉन के दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी. उसने दरवाज़ा खोला और पाया की बढई अपने सामान का बड़ा बक्सा लेकर खड़ा था. उसने बड़े भाई से कहा की वो कुछ दिनों से काम ढूंड रहा है. और नम्रता पूर्वक उसने पूछा की क्या उनके पास कोई छोटा-मोटा काम है जिसे वह कर सकता है? क्या वह उनकी मदत कर सकता है? ये सुनकर तुरंत जॉन (बड़े भाई) ने कहा, “हां, मेरे पास तुम्हारे लिए कोई काम है.”
उस खेत में नाले के उस पार देखो, वहा मेरा पडोसी है, पडोसी नहीं बल्कि मेरा छोटा भाई है. कुछ हफ्तों पहले हमारे बिच नाले पर एक घास का ढेर था, जो उसमे बुलडोज़र की मदत से हटा दिया (क्यू की छोटा भाई चाहता था की वो वहा पुल बनाये). ये सब उसने द्वेष और जलन की भावना से किया. तुम वो इमारती लकडियो का बाड़ा देखो? मै चाहता हु की तुम मेरे लिए भी एक बाड़ा बनाओ जो 8 फीट का हो, ताकि मै इस जगह को और उसके चहेरे को ना देख सकू. इस पर बढई कहता है की, “मुझे लगता है की मै इस परिस्थिती को समझ सकता हु. तुम मुझे कुछ किले दो और एक गड्डा खोदने वाला मनुष्य दो, तुम जो चाहते हो वो काम में निच्छित ही करूँगा.”
बड़े भाई को गाव में जाना था ताकि वो उस बढई की जरुरत का सामान लाने में मदत कर सके और फिर पूरा दिन आराम से खेत में काम कर सके. वो बढई पूरा दिन मुश्किल काम करता रहा जैसे लकडिया गिनना, खोदना,चुनना. शाम होने तक जब किसान (दोनों भाई) वापिस आ रहे थे तब तक उसका काम खत्म हो चूका था.
उन दोनों भाइयो की आखे खुली के खुली रह गयी क्यू की वहा कोई बाड़ा नहीं था. वहा पर सिर्फ और सिर्फ एक पुल था जो नाले के दोनों तरफ फैला हुआ था. उसने संतोषजनक काम किया था. और तब दोनों को अपनी-अपनी गलतियों का अहसास हो चूका था और उनके बिच की ग़लतफ़हमी भी दूर हो गयी थी.
बढ़ई ने बड़े भाई द्वारा दिए काम को छोड़कर दोनों भाइयो के बिच के रिश्ते का पुल बनाने का काम किया था, जो निच्छित ही प्रेरणास्पद था. उसके पडोसी, उसका छोटा भाई सभी उसी की तरफ आ रहे थे, दोनों भाई उस समय एक दुसरे को देखने के लिए बेचैन थे. और पुल के बिच में दोनों ने एक दुसरे को गले लगाया.
वे मुड़े और उन्होंने देखा की वो बढई कंधे पर अपना सामान लेकर जा रहा था. तभी बड़े भाई ने कहा, “कृपया रुको! कुछ दिन और रुको. मेरे पास तुम्हारे लिए और भी काम है. तब बढई ने कहा की उसे वहा रुकना और रहना निच्छित ही अच्छा लगेगा, लेकिन मुझे इस तरह के और भी बहोत से पुल बनाने है.
सीख – Moral
रिश्तो को तोडना बहोत आसान है लेकिन बनाये रखना बहोत मुश्किल. हमें जीवन में सभी के प्रेम भावना के साथ पेश आना चाहिये. रिश्तो में अनबन तो होते ही रहती है लेकिन हमें उस समय रिश्तो को तोड़ने की बजाये जोड़ने का काम करना चाहिये. और इसी तरह का प्रेरणास्पद काम बढ़ई ने किया था.

प्रेरणादायक अनमोल वचन

सर्वश्रेष्ठ प्रेरणादायक अनमोल वचन संग्रह –
1) दान देना ही आमदमी का एकमात्र व्दार है। – स्वामी रामतीर्थ
2) यदि किसी युवती के दोष जानना हों, तो उसकी सखियों में उसकी प्रशंसा करो। – बेंजामिन फ्रैंकलिन
3) पैसा आपका सेवक है। यदि आप उनका उपयोग जानते हैं; वह आपका स्वामी है। यदि आप उसका उपयोग नहीं जानते। – होरेस
4) दुसरे के दोष पर ध्यान देते समय हम स्वयं बहुत भले बन जाते हैं। परंतु जब हम अपने दोषों पर ध्यान देंगे। तो अपने आपको कुटिल और कामी पाएँगे। – महात्मा गांधी
5) जब तक तुममें दूसरों के दोष देखने की आदत मौजूद है। तब तक तुम्हारे लिए ईश्वर का साक्षात्कार करना अत्यन्त कठिन है। – रामतीर्थ
6) ज्ञानवान मित्र ही जीवन का सबसे बड़ा वरदान है। – युरिपिडिज
7) मुँह के सामने मीठी बातें करने और पीठ पीछे छुरी चलानेवाले मित्र को दुधमुँहे विषभरे घड़े की तरह छोड़ दो। – हितोपदेश


8) सच्चे मित्र को दोनों हाथों से पकड़कर रखो। – नाइजिरियन कहावत
9) उस काम को, जिसे तुम दुसरे व्यक्ति में बुरा समझते हो, स्वयं त्याग दो परंतु दूसरों पर दोष मत लगाओ। – स्वामी रामतीर्थ
10) जब जेब में पैसे होते हैं, तो तुम बुद्धिमान और सुंदर लगते हो तथा उस समय तुम अच्छा गाते भी हो। – स्वीडिश कहावत
11) धर्म तो मानव-समाज के लिए अफीम है। – कार्ल मार्स्क
12) जो चीज विकार को मिटा सके। राग-व्देष को कम कर सके। जिस चीज के उपयोग से मन सूली पर चढ़ते समय भी सत्य पर डटा रहे वही धर्म की शिक्षा है। – महात्मा गांधी
13) संकट के समय धैर्य धारण करना मानो आधी लड़ाई जीत लेना है। – प्लाट्स
14) जिसे धीरज है और जो मेहनत से नहीं घबराता, कामयाबी उसकी दासी है। – स्वामी दयानन्द सरस्वती
15) अपने जीवन का ध्येय बनाओ और इसके बाद अपनी सारी शारीरिक और मानसिक शक्ति, जो भगवान ने तुम्हें दी है, उसमें लगा दो। – कार्लाइल
16) महान ध्येय महान मस्तिष्क की जननी है। – इमन्स
17) चाहे धैर्य थकी घोड़ी हो, परंतु फिर भी वह धीरे-धीरे चलेगी अवश्य। – विलियम शेक्सपीयर
18) जो अपने लक्ष्य के प्रति पागल हो गया है, उसे ही प्रकाश का दर्शन होता है। जो थोड़ा इधर, थोड़ा उधर हाथ मारते हैं, वे कोई लक्ष्य पूर्ण नहीं कर पाते। वे कुछ क्षणों के लिए बड़ा जोश दिखाते है; किन्तु वह शीघ्र ठंडा हो जाता है। – स्वामी विवेकानंद
19) हमारा ध्येय सत्य होना चाहिए, न कि सुख। – सुकरात
20) मनुष्य के लिए निराशा के समान दूसरा पाप नहीं है। इसलिए मनुष्य को इस पापरुपिनी निराशा को समूल हटाकर आशावादी बनना चाहिए। – हितोपदेश
21) कष्ट और क्षति सहने के पश्चात् मनुष्य अधिक विनम्र और ज्ञानी हो जाता है। – फ्रैंकलिन
22) उड़ने की अपेक्षा जब हम झुकते हैं तब विवेक के ज्यादा नजदीक होते हैं।- वर्ड्सवर्थ
23) अभिमान की अपेक्षा नम्रता से अधिक लाभ होता है। – भगवान् गौतम बुद्ध
24) निराशा आशा के पीछे-पीछे चलती है। – एल. ई लैमडन
25) निराशा निर्बलता का चिह्न है। – स्वामी रामतीर्थ
26) जिस तरह पानी को कोई जल, कोई आब, कोई वाटर कहते हैं, उसी तरह एक ही सच्चिदानंद परमेश्वर को कोई अल्लाह, कोई हरि, कोई गॉड कहकर पुकारते हैं। – रामकृष्ण परमहंस
27) उस अल्लाह की स्तुति करनी चाहिए, जो समस्त संसार का चालक, दयालु, उदार पर अंतिम निर्णय के समय न्यायाधीश भी है। – कुरान
28) ईश्वर की कोई बौद्धिक परिभाषा नहीं दी जा सकती। हाँ, उसका आत्मा के सहारे अनुभव किया जा सकता है। – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
29) पाप एक प्रकार का अँधेरा है, जो ज्ञान का प्रकाश होते ही मिट जाता है। – कालिदास
30) पुस्तकें मन के लिए साबुन का कार्य करती हैं। – महात्मा गांधी

Raksha Bandhan In Hindi

रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है


रक्षा बंधन इन हिंदी : बहनो और भाइयो के रिश्ते को मज़बूत करने वाला त्यौहार राखी का त्यौहार होता है इस दिन भाई अपनी बहन सी उसकी रक्षा करने का वादा करता है और बहन उसकी कलाई पर राखी बांध कर अपने रिश्ते को मज़बूत बनाने की कसम खाती है | वैसे हम सभी जानते है की भारत देश त्योहारों का देश है और यहाँ हर अनेक प्रकार के त्यौहार मनाये जाते है उन्ही में से एक राखी का त्यौहार है इसीलिए हम आपको रक्षा बंधन के त्यौहार के बारे में जानकारी देते है की आप किस तरह से इस त्यौहार को मनाएंगे या ये क्योहार क्यों मनाया जाता है |
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रक्षा बंधन कब है ?

Raksha Bandhan Kab Hai : रक्षा बंधन का त्यौहार साल में हर बार श्रवण माह की पूर्णिमा में आता है सावन के चार सोमवार निकलने के बाद हिन्दू धर्म में इस त्यौहार को मनाया जाता है | अब यानि 2017 में रक्षा बंधन का त्यौहार बड़ी धूमधाम से 7 अगस्त को मनाया जायेगा इसी दिन सभी बहने अपने भाइयो को रखियो को बंधे इस दिन का मुहूर्त सबसे अच्छा मन जाता है क्योकि इसी दिन को मनाने के भाई और बहन का प्यार और ज्यादा मज़बूत होता है |
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Raksha Bandhan In Hindi

रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है

Rakshabandhan Kyo Manaya Jata Hai : पुराणों के अनुसार रक्षा बंधन मनाने के बहुत सारे कारण है जिसकी वजह से हम यह त्यौहार मनाते है |इसीलिए हम उनमे से एक किस्सा बताते है जिसकी वजह से यह त्यौहार अधिक प्रचलित हुआ जब एक मुस्लिम राजा ने अपनी मुहं बोली बहन से बहन की रक्षा केवल राखी के उस धागे की वजह से की :
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रक्षाबंधन का इतिहास

Raksha Bandhan Ka Itihas : एक और विवादास्पद ऐतिहासिक लेखा यह है कि 1535 ईंसवी की तारीख के अनुसार चित्तौड़ के रानी कर्णावती और मुगल सम्राट हुमायूं। जब रानी कर्णावती, चित्तौड़ के राजा की विधवा रानी को एहसास हुआ कि वह गुजरात के सुल्तान, बहादुर शाह के आक्रमण के खिलाफ अपना बचाव नहीं कर सकती, तभी उसने राजा हुमायूँ को राखी भेजी और उनकी और उनके राज्य की रक्षा के लिए उनसे मदद मांगी |
तभी हुमायूँ के मुस्लिम होने के बावजूद भी वह कर्णावती की रक्षा करने के लिए राज़ी हो गए और उन्होंने अपनी बहन के लिए गुजरात के राजा बहादुर शाह से युद्ध किया और उनकी रक्षा की तभी से रक्षा बंधन का त्यौहार अपनी बहन की रक्षा करने की उम्मीद के साथ मनाया जाता है और हर भाई का यह फ़र्ज़ है की वह हुमायूँ की तरह ही अपनी बहन की रक्षा सभी तरह की समस्याओं से करे |

Soup Pine Ke Fayde

सूप पीने के स्वस्थ्य लाभ

सूप पिने के फायदे : अक्सर हम सूप का सेवन अपनी तबियत खराब होने पर करते है जब हमारी तबियत ख़राब होती है तभी हम सूप का सेवन करते है | सूप पीने से हमें कई तरह के फायदे होते है जिनमे से कुछ फायदों के बारे में हम आपको बताते है की आप इनका सेवन किस तरह से करेंगे और किस तरह से इसका लाभ मिलेगा | वैसे इससे पहले हम एलोवेरा के फायदेखजूर के फायदेदूध के फायदेबादाम के फायदेजई के फायदे व मेथी के औषधीय गुणोंके बारे में पढ़ चुके है | इसीलिए अब हम आपको सूप के कुछ ऐसे तरीके बताते है जिसकी मदद से आप सुप के फायदों एक बारे में जान सकते है और उनका उपयोग करना सिख सकते है जाने क्या-2 फायदे होते है |


सूप पीने के स्वस्थ्य लाभ

Soup Pine Ke Swasthya Labh : सूप पीने से कई स्वास्थ्यवर्धक लाभ होते है जिनमे से उसके कुछ लाभ इस प्रकार है जिन्हे आप आजमा कर अपने अन्य रोगो को दूर कर सकते है :
कमजोरी दूर करता है
सुप हमारे शरीर में एनर्जी बूस्टर के रूप में काम करता है और यह हमारे शरीर से कमजोरी दूर करता है इसीलिए अगर आपकी तबियत खराब है तब आप अपने शरीर की कमजोरी को दूर करने के लिए सूप का सेवन कर सकते है |
सर्दी जुकाम में आराम
सुप गरम गरम पीने से हमारे शरीर को अंदर तक लाभ पहुँचाता है इसीलिए सर्दी जुकाम होने पर या गले में खराश होने पर काली मिर्च डले हुए सुप का सेवन करे जो की आपको सर्दी जुकाम में राहत देता है |
शरीर को पोषण देता है
सूप सब्जियों की मदद से बनाया जाता है जिसमे की हरी सब्जियों की मात्रा अधिक राखी जाती है जिसकी वजह से वह पौष्टिक होता है और हमारे शरीर को पोषण देने का काम करता है शरीर को पोषण देने के लिए आप डेली सूप का सेवन कर सकते है |
Soup Pine Ke Fayde

सूप के औषधीय गुण

Soup Ke Aushdhiya Gun : सूप से हमें कई तरह के औषधीय गुण मिलते है और यह हमारी कई तरह की बीमारियों में जड़ी बूटी काम करती है जाने इसके गुणों के बारे में :
पाचन क्रिया को सही करने के लिए
सूप हल्का होता है जो की पचने में आसान रहता है इसीलिए सूप की सहायता से हमारी पाचन क्रिया सही रहती है इसीलिए आप पाचन क्रिया को सही बनाये रखने के लिए सूप का सेवन कर सकते है |
भूख बढ़ाता है
सूप हमारी भूख बढ़ाने में मदद करता है इसीलिए आप भूख को बढ़ाने के लिए नरंतर सूप का सेवन कर सकते है जिसकी मदद से आपकी भूख बढ़ना स्टार्ट हो जाएगी |
हाइड्रेशन
अगर हमारा शरीर हाइड्रेट नहीं होता तो हमारी तबियत बिगड़ जाती है इसीलिए आप अपने शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए सूप का सेवन कर सकते है अक्सर हमने देखा होगा की हमें बुखार आने पर डॉक्टर हमें सूप के सेवन की सलाह देते है |
वजन कम करने में
सूप में भरपूर मात्रा में पोषण और फाइबर पाया जाता है जिसकी मदद से हम आसानी से अपना वजन कम कर सकते है जिस व्यक्ति का वजन बढ़ा हुआ हो वह रोज़ाना सूप का सेवन कर सकता है |

शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा कैसे करे

शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा कैसे करे

Shanivar Ke Din Shanidev Ki Puja Kaise Kare : शनिदेव न्याय के देवता के रूप में जाने जाते है शनिदेव मनुष्य के कर्मो का फल उनके कर्मो के अनुसार देते है शनिदेव का दिन शनिवार का होता है इसी दिन हमारे हिन्दू धर्म में इनकी पूजा की जाती है और शनिदेव के भक्त उनके लिए व्रत भी रखते है और उन्हें खुश रखने के लिए कई उपाय भी करैत यही इसीलिए हम आपको बताते है की आप शनिदेव को किस तरह से प्रसन्न कर सकते है इसके लिए आपको क्या-2 उपाय करने होंगे जिसकी मदद से आप शनिदेव को प्रासां कर सकते है जाने इसकी पूरी जानकरी हमारे माध्यम से | शनिदेव का गुस्सा बहुत तेज़ होता है इसीलिए जब आप इनकी आराधना श्रद्धा भाव से नहीं करते तो यह आपको दंड देते है लेकिन जब यह आपकी भक्ति और श्रद्धा से खुश होते तब आपको वरदान भी देते है |



शनि पूजा मंत्र

शनि की पूजा करते समय आप उनके इस मंत्र का जाप करते है तो शनिदेव को प्रसन्नता मिलती है जब आप पीपल की परिक्रमा करके शनिदेव का ध्यान कर रहे है तब आप उनके इस मंत्र का जाप करे :
आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्।
देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।।
विश्वाय विश्वेश्वराय विश्वसम्भवाय विश्वपतये गोविन्दाय नमो नम:।
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शनि पूजा मंत्र

शनिदेव की पूजा विधि

  1. सबसे पहले आप सुबह उठ कर नित्य काम करके स्नान करे |
  2. इस दिन शनिदेव की पूजा पुरे भक्ति भाव से करनी चाहिए और पूजा करते वक़्त अपने सभी पापो की क्षमा याचना मांगे |
  3. शनिदेव की पूजा के लिए आप उन पर काले तिल, सरसो का तेल, गुण व नीले रंग के लाजवंती पुष्प का उनके ऊपर अर्पण करे |
  4. शनिदेव महाराज की पूजा करने के पश्चात राहु और केट महराज की भी पूजा करनी चाहिए |
  5. अगर आप चाहते है तो इस दिन व्रत भी रख सकते है और व्रत शनिदेव को समर्पित करे |
  6. शनिदेव के नाम पर सरसो के तेल का दीपक भी जलाये |
  7. उसके बाद आप पीपल के पेड़ पर जल सींच कर उस पर सूत्र बांधे तथा पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा भी लगाए |
  8. अगर आप शनिवार के दिन व्रत रख रहे है तो उस दिन आप काले रंग के कपडे पहन सकते है क्योकि शनिदेव को काला रंग अधिक पसंद होता है और वह इससे प्रसन्न रहते है |
  9. शनिवार के दिन काले कुत्ते को तेल की चुपड़ी हुई रोटी भी खिलाये तथा कौए को गुलाब जामुन भी खिलाये |
  10. शनिदेव दान करने के लिए हमेशा ही तत्पर रहते है इसीलिए वह अपने भक्तो के दान करने से उनसे प्रसन्न रहते है इसीलिए शनिवार के दिन आप दान करे |